परिचय-
किसी भी खाद्य पदार्थ में नमक ज्यादा हो जाये तो वह खाने के लायक नहीं रहता है
क्योंकि वह जहरीला हो जाता है। ऐसे ही नमक का बुरा प्रभाव शरीर के अन्दर की तंत्रिकाओं, नस
नाड़ी आदि पर पड़ता है। यह खाने के स्वाद को खराब कर देता है।
Introduction-
If the salt is
mixed in any food substance, it stays not able for eating because it becomes
poisonous. The effect of salt affects the internal system, veins and nerves of
the body. It makes the food taste bad.
हानिकारक-
Harmful-
नमक के कारण ही शरीर में गुर्दे और
लीवर की समस्याएं पैदा हो जाती हैं। यह पेट और आंतों के बहुत नर्म भागों पर अपना
बुरा प्रभाव डालता है। भोजन में नमक के ज्यादा इस्तेमाल से कैंसर, मोटापा, डायबिटीज, जुकाम, नींद
न आना आदि रोग हो जाते हैं। यह दिल की धड़कन और ब्लडप्रेशर को भी बढ़ाता है। इससे
अम्लता (एसिडिटी) की शिकयत हो जाती है।
The problems of the kidneys and
liver are originated due to salt. Its bad effect affects the very soft parts of
the stomach and intestines. Cancer, obesity, diabetes, catarrh, insomnia etc.
diseases are occurred by using excessive quantity of the salt. It also
increases the heartbeat and blood pressure. It also causes of acidity.
नमक के अधिक प्रयोग से प्यास बढ़
जाती है क्योंकि यह पचता नहीं है। इसलिए शरीर नमक को पानी में घोलकर बाहर करता है।
By using excessive quantity of
salt increases the thirst because it digest no properly, so body excludes the
salt after dissolving.
जानकारी-
शरीर को प्राकृतिक खाद्यों (फल, सब्जी, अंकुरित, अन्न आदि) से ही नमक की पूर्ति हो जाती है। केवल पके
हुए खाद्यों में नमक डाला जाता है क्योंकि पकाते समय इसमें से नमक नष्ट हो जाता है।
Knowledge-
The body gets the
complete of the salt by natural foodstuff (fruit, vegetable, sprouted andgrain) the salt only used in the cooked foodstuff because salt becomes destroy
while cooking.
सावधानी-
फल, सलाद, अंकुरित, रस, दही आदि प्राकृतिक खाद्यों में नमक का प्रयोग बिल्कुल
न करें।
Precaution-
Do not use the salt
in fruits, lettuce, sprouted, juice, curd etc. natural foodstuff.
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