- भोजन में चीनी तथा नमक का कम प्रयोग करना चाहिए।
- चीनी के बदले गुड़ का उपयोग करना चाहिए।
- शहद, खजूर, किशमिश, छुहारे तथा अंजीर का भोजन
में उपयोग करना चाहिए।
- चोकर समेत आटे की रोटी खानी चाहिए।
- बिना पॉलिश चावल तथा छिलका समेत दालों का उपयोग करना चाहिए।
- तली-भुनी चीजें,
मैदा, मिठाईयां तथा
डिब्बा बन्द वस्तुओं का उपयोग नहीं करना चाहिए।
- गर्भवती स्त्री को दूषित भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए।
- Take sugar and
salt in less quantity.
- Use jaggery in
place of sugar.
- Honey, dates,
currants, date palms and fig should be included in diet.
- Take breads
prepared from the flour with siftings.
- Unpolished
rice and pulses with barks should be taken.
- She should not
take fried things, fine flour, sweets and packaged things.
- A pregnant woman should not take polluted food.
- चाय, कॉफी तथा कोला का
सेवन नहीं करना चाहिए।
- नींबू का रस पानी में मिलाकर या नींबू और शहद को पानी में मिलाकर शर्बत
बनाकर प्रतिदिन पीने से बहुत अधिक लाभ मिलता है।
- ताजे फलों का रस प्रतिदिन पीना गर्भवती स्त्री के लिए बहुत लाभदायक होता
है।
- प्रतिदिन नारियल पानी पीने से बच्चा सुन्दर पैदा होता है। इसलिए गर्भवती
स्त्रियों को प्रतिदिन नारियल पानी पीना चाहिए।
- Tea,
coffee and cola should not be used by the pregnant woman.
- She
should take lemon water or lemon and honey mixed water during her
pregnancy because its regular use provides a lot of relief.
- Take
juice of fresh fruits regularly. Its use proves very beneficial for the
pregnant women.
- A
beautiful baby takes birth if the pregnant woman drinks coconut water
daily. Hence, a pregnant woman should drink coconut water regularly.
- भोजन में मूंगफली,
सूरजमुखी के बीज,
बादाम, अंकुरित मूंग तथा
चना, पिस्ता, नारियल, तिल, दूध, दही, पनीर तथा अखरोट का सेवन
करना चाहिए।
- Groundnut, seeds of
sunflower, almonds, sprouted green kidney beans, gram, pistachio, coconut,
sesame, milk, milk, curd, cheese and walnut should be included in meal.
- फलों में संतरा,
मौसमी, अनानास, रसभरी, फालसा, सेब, तरबूज नाशपाती, अंगूर, शहतूत, अनार, खरबूजा, आम, चेरी, पपीता, अमरूद, लीची, जामुन, चीकू, तथा शरीफा आदि का उपयोग
करना चाहिए।
- She should take orange,
mosambi, pine apple, raspberry, grawia asiatica, apple, mask melon, pear,
grapes, mulberry, pomegranate, watermelon, cherry, mango, papaya, guava,
lichi, jambul, chikoo and custard apple.
- सब्जियों में मूली, टमाटर, गाजर, शलजम, पत्तागोभी, टिंडा, परवल, गोभी, पालक, मेथी, चौलाई, सोयाबीन, बथुआ आदि का सेवन करना
चाहिए।
- She should take radish,
tomato, carrot, turnip, tinda, trichosanthus, cauliflower, spinach,
fenugreek, amranthus, soyabeean, goose foot and other vegetables.
- गर्भवती स्त्री के लिए भोजन का 70 प्रतिशत भाग फल तथा सब्जी होना चाहिए।
- Seventy percent diet of
the pregnant woman should depend on fruits and vegetables.
- गर्भवती स्त्री के लिए सुबह के समय में पालक का सेवन करना बहुत अधिक
लाभदायक होता है क्योंकि इससे अपच, उल्टी तथा गर्भपात की समस्या दूर हो जाती है। इससे
गर्भ में बच्चे का विकास भी ठीक प्रकार से होता है।
- Use of spinach in the
morning is very useful for the pregnant woman because its use ends the
fear of indigestion, vomiting and abortion. The embryo develops properly
in the womb.
- अंकुरित गेहूं तथा किशमिश का प्रतिदिन सेवन लाभदायक होता है इससे गर्भ
में पल रहे बच्चे का विकास ठीक प्रकार से होता है।
- Regular use of currant
and sprouted wheat prove very beneficial. The child develops properly in
the womb.
- गर्भवती स्त्रियों को भूख से अधिक भोजन नहीं करना चाहिए।
- The pregnant woman
should not take food than the demand of the stomach.
नव प्रसूता (बच्चे को जन्म दे
चुकी स्त्री के लिए) के लिए :-
Diet
of a woman after delivery:
- प्रसव के बाद प्रसूता को 40 दिनों तक ठंडे पानी का सेवन नहीं करना चाहिए।
- प्रसूता का भोजन हमेशा सादा, हल्का तथा शीघ्र पचने वाला होना चाहिए।
- प्रसूता को भोजन में दूध काष्टज फल तथा शहद का उपयोग करना चाहिए।
- प्रसूता को दिन में कई बार गर्म या गुनगुना पानी पीना चाहिए।
- प्रसूता को प्रतिदिन हरी सब्जियों का सूप पीना चाहिए इससे अधिक लाभ मिलता
है।
- The woman should not
drink cold water after forty days after delivery.
- Food of a woman who has
delivered a child should include simple, light and easily digestive food.
- Include milk, dry
fruits, and honey in the diet of a woman who has given birth to a child.
- She should drink hot or
lukewarm water many times a day.
- She should drink soup of
green vegetables regularly because its use proves very beneficial.
- प्रसूता को प्रतिदिन थोड़ी-सी अजवाइन खानी चाहिए इससे भूख खुलती है, पेट में गैस नहीं बनती है, कमर दर्द दूर होता है, भोजन जल्दी पचता है तथा
गर्भाशय की शुद्धि होती है।
- She should take caraway
in a little quantity regularly because its use enhances hunger of a woman.
The woman does not suffer from stomach gas, backache. Its use digests food
soon and purifies the uterus.
नवजात शिशु की देखभाल :-
Take
care of infant:
- नवजात शिशु के सोने का स्थान शांत, स्वच्छ और हवादार होना चाहिए।
- नवजात शिशु को कोई वस्तु मुंह में रखकर नहीं सोने देना चाहिए।
- नवजात शिशु को अचानक नहीं जगाना चाहिए।
- नवजात शिशु को मुंह ढककर नहीं सुलाना चाहिए।
- Place where the child
sleep should be peaceful, clean and airy.
- No
thing should be in the mouth of the child while sleeping.
- The
child should not get awake suddenly.
- Mouth
of the child should not be covered while sleeping.
मां का दूध :-
Milk
of the mother:
बच्चे के लिए मां के दूध से
अच्छा कोई भी आहार नहीं होता है। मां के दूध में बच्चे की आवश्यकताओं की पूर्ति की
सभी चीजें होती हैं जिससे बच्चे की वृद्धि ठीक प्रकार से होती है। मां के दूध में
रोग प्रतिरोधक क्षमता भी होती है जो बच्चे को बीमारी से बचाती है। मां के दूध की
जगह कोई भी बाहरी चीज नहीं ले सकती है और यह बात साबित हो चुकी है कि स्तनपान
सिर्फ शिशु के लिए ही नहीं,
बल्कि मां के लिए भी
उतना ही लाभदायक होता है। स्तनपान से मां के सौन्दर्य में वृद्धि होती है उसे
सुरक्षित अवधि तक गर्भधारण से बचाता है और बाद में स्तन की बीमारियों यहां तक कि
कैंसर जैसे रोगों से भी दूर रखता है।
Nothing
is better than the milk for a child. Mother milk includes all the requirements
of a child. Mother milk has prophylactic power too, which remains far a child
from several diseases and save the life. There is no replacement of mother milk
and this thing has been proved that feeding milk is very essential for both
mother and child. Sucking of the breast is very beneficial for the beauty of
the woman because beauty of a woman enhances if she feeds her child. During the
period of sucking milk, a woman remains far from pregnancy too. The woman
remains far from the diseases of the breast as breast cancer.
प्रसूता को दूध पिलाने से पहले
अपने स्तनों को गीले कपड़े से पोंछ लेना चाहिए तथा बच्चों को लेटकर दूध नहीं पिलाना
चाहिए। इससे बच्चों में कानों के रोग होने का भय रहता है। दूध पिलाने के बाद बच्चे
को कंधे से लगाकर उसकी पीठ थपथपाकर डकार दिलायें, इससे बच्चा दूध नहीं निकालेगा।
Nipples
of the breast should be cleansed by wet cloth properly before feeding milk to
the child. The woman should not feed milk to her child by lying. There is a
doubt of the appearance of ear diseases if a mother feeds milk to her child by
lying. The child should be touched by shoulder and patted properly. Make the
child belching by doing so. In this way, the child will not vomit of milk.
जब भी बच्चा रोये तो यह नहीं
समझना चाहिए कि वह भूखा है। जो भी बच्चे लम्बे समय तक मां का दूध पीते हैं उनकी कद
काठी बाद में बेहतर निकलती है। जब तक नवजात शिशु 1 साल का न हो जाए तब तक माता नियमित रूप से स्तनपान अवश्य
कराती रहें तथा तब तक अपने आहार का विशेष ध्यान रखें जो सात्विक एवं पौष्टिक हो।
It
should not be understood that the child is hungry whenever the child weeps. All
the children who suck mother milk are healthy and strong physically later on.
The mother should feed her milk to the child until the child crosses 12 moths.
The mother should pay too much attention on her diet and take simple and
nutritive meal.
No comments:
Post a Comment