परिचय-
Introduction:
क्रोध एक प्रकार के रोग के
समान होता है क्योंकि क्रोध स्वास्थ्य का सबसे बड़ा दुश्मन होता है। क्रोध एक
प्रकार का पागलपन भी हो सकता है क्योंकि क्रोध करने की अवस्था में अक्सर मनुष्य
गलत निर्णय कर बैठता है। जिसके कारण उस मनुष्य को कई प्रकार की हानि पहुंचती है।
क्रोध करने से कई प्रकार के रोग हो सकते हैं जैसे- मानसिक रोग, पाचनप्रणाली के रोग तथा हृदय
रोग आदि।
Anger
is a kind of disease because it is the biggest enemy of health. It can be a
kind of lunacy too because often a man takes wrong decision in the condition of
anger. Consequently, the man faces different kind of harms. A man can become
the victim of several kinds of diseases as mental diseases, diseases ofdigestion system hear problem etc.
क्रोध करने से शरीर की
मांसपेशियों की कार्य करने की क्षमता तथा अन्य कार्य प्रणाली को बहुत नुकसान
पहुंचता है। क्रोध व्यक्तिगत, सामाजिक
तथा पारिवारिक जीवन को नर्क बना देता है। कई प्रकार के अपराधों के होने का मूल्य
कारण अक्सर क्रोध ही होता है। क्रोध के कारण अक्सर व्यक्ति अपने बारे में बुरा तथा
भला सोच नहीं पाता है। अपने जीवन के बारे में आगे तथा पीछे की बातें भी सोचता नहीं
है जिसके कारण उसे कई प्रकार से हानि होती है।
Strength
of the muscles of doing work and other working system get affected very much
because of anger. Anger makes personal, social and familiar life like hell.
Anger is responsible the main cause of several kinds of offences. A man does
not able to think about his good and wrong future because of anger. He does not
think too about his future because of which he faces different kinds of harms.
क्रोध एक प्रकार की ऐसी
चिंगारी होती है जिसको प्रारम्भिक स्थिति में ही न बुझा दिया जाये तो वह एक ऐसी
अग्नि का रूप धारण कर लेती है जिसमें झुलसने और उस पर पछतावा करने के अलावा और कोई
चारा नहीं रह जाता है। अगर किसी तरह से क्रोध पर काबू पा लिया जाए तो व्यक्ति को
किसी प्रकार की हानि नहीं होती है और बल्कि क्रोध पर विजय प्राप्त करने से कई
प्रकार से लाभ मिलता है।
Anger
is a kind of spark if it is not smothered in the early stage, it transforms in big
flames of fire. A man burns and then repents. Besides, he has no option to do.
If a man controls his anger by any way, the man suffers from no harms. He gets
benefits by getting over the anger.
क्रोध पर काबू पाने के कुछ आसन
तरीके :-
- क्रोध पर काबू पाने के लिए सबसे पहले व्यक्ति को अपने मन में यह विचार
करना चाहिए कि क्या क्रोध करने से सब कुछ सही हो जायेगा या नहीं।
- A man should think to
get over the anger whether everything will become right or not due to
getting anger.
- व्यक्तियों को क्रोध पर काबू पाने के लिए अपने मन को शांत एवं धैर्यवान
बनाना चाहिए।
- People
should make their mind calm and cool to get over the anger.
- जब आपको क्रोध आए तो सबसे पहले उसके परिणाम के बारे में सोचना चाहिए कि
उससे तुम्हारा भला होगा या बुरा।
- A man should think about
the bad and wrong consequences of the anger when he is angry.
- हमेशा साधारण भोजन करना चाहिए क्योंकि साधारण भोजन करने से क्रोध कम आता
है।
- We should eat
simple food because a man does not become angry very much if he takes
simple food.
- क्रोध की ऊर्जा पर नियंत्रण करके उस पर विजय प्राप्त की जा सकती है तथा
उसे रचनात्मक कार्यों की ओर मोड़ा जा सकता है।
- One can get over the
anger by controlling the energy of anger and anger can be turned towards
creative deeds.
- योगाभ्यास के द्वारा क्रोध की ऊर्जा को बदला जा सकता है।
- Energy of anger can be
changed by adopting yoga exercise.
- यदि आपको क्रोध आये तो तुरंत ही कान की मालिश करें इससे क्रोध जल्द ही शांत
हो जाता है।
- If you are angry, you
should massage your ear at once because anger cools down by doing so.
- एक तरफ की बात को सुनकर उत्तेजित नहीं होना चाहिए, पहले दोनों तरफ की बातों
को सुने और शांतिपूर्वक निर्णय लें।
- A man should not become
angry by hearing or seeing one side of the coin. He should hear or observe
both sides of the coin and then take decision peacefully.
- कभी भी नई पीढ़ी के व्यक्तियों को अपनी पीढ़ी के अनुसार सोचने के लिए मजबूर
न करें।
- Do not compel to the
young generation to think according you.
- यह कभी भी नहीं देखना चाहिए कि कौन गलत है और कौन सही है बल्कि यह देखना
चाहिए कि क्या गलत है और क्या सही है और शांतिपूर्वक निर्णय लेना चाहिए।
- It should never observe
who is right and who is wrong but a man should observe what is wrong and
what is right. In this way, a man should take decision peacefully.
- जैसे ही आपको लगे कि क्रोध आने वाला है तुरंत पहले 1 गिलास ठंडा पानी पियें और
शांतिपूर्वक उसके बारे में सोंचे फिर निर्णय लें।
- As you think that anger
is getting over you, you should drink one glass of cold water at once and
think about the matter peacefully.
- उत्तेजित कामनाओं की तेज दौड़ से बचें और कामनाओं की पूर्ति में आने वाली
बाधाएं क्रोध को बढ़ाती हैं।
- Avoid from the aggressive feelings of the mind because of obstructions, which appear in the
fulfillment of desires, increases anger.
- हमेशा शांतिपूर्वक सोच विचार करके कार्य करें।
- Always think peacefully
and do each work after contemplation.
- क्षमा करने की भावना दिल में रखें और दूसरे को क्षमा करने का कार्य करें।
- Have
a feeling in heart to forgive and forgive a person if he does something
wrong.
- परेशानी में एकदम प्रतिक्रिया न करें।
- Do
not show reaction at once in trouble.
- आप यह बात अवश्य जान लें कि क्रोध से बचकर दुश्मन को भी दोस्त बनाया जा
सकता है।
- Know one thing that you can make an enemy as friend by giving
up anger.
- जैसा आप अपने बारे में दूसरों की प्रतिक्रिया सोचते हैं वैसे ही
प्रतिक्रिया दूसरों के साथ भी करें।
- As
you think about other’s reaction for you as you should have your reaction
for others.
- दूसरों के कार्य के प्रति कभी भी आशा न करें, उनके प्रति किये गये
तुम्हारे कार्य कभी भी बेकार नहीं जाएंगे और वह किसी न किसी समय उचित रूप में
पुरस्कृत होकर वापिस अवश्य आयेगी।
- Do
not hope ever from other persons. Your deed done for others will never
become vain. Your deeds will reward you on right time.
- हमेशा यह याद रखना चाहिए कि दुश्मन आपको गुस्सा दिलाकर आपकी शक्ति को कम
तो नहीं कर रहा है या आपका रहस्य तो नहीं उगलवा रहा है। इसलिए क्रोध न करें।
- Always
remember that whether your enemy is reducing your energy by showing anger
over you or he is not trying to find out the secret hidden in your mind.
Therefore, do not become angry.
- नियमित रूप से ऐसा साहित्य पढ़े जो हमारी मानसिक शारीरिक तथा आध्यात्मिक
उन्नति में सहायक हो।
- Study such kind of literature, which is helpful in the physical
and spiritual development.
- जिस कार्य को बदला न जा सकता हो उस कार्य को हंसते-हंसते स्वीकार करना
चाहिए।
- A deed that cannot be change should accept with smiling.
- क्रोध पर काबू पाने के लिए अपने कार्य को विस्तार से लिख डालिए और उस पर शांति
के साथ कार्य करें।
- To
get over your anger, you should write down your ideas about deeds.
- हर प्रकार की हानि को सहर्ष ही स्वीकार करना चाहिए और विचार करना चाहिए कि
परमात्मा जो भी करता है या करवाता है उसमें कुछ न कुछ अच्छा अवश्य होता है
अत: घबराना नहीं चाहिए।
- All kinds of harms
should be accepted with smiling face. A man should think that God does
everything good. Each deed of God has goodness so a person should not be
disturbed.
- क्रोध पर काबू पाने के लिए हमेशा हंसमुख बनने की कोशिश करनी चाहिए
क्योंकि हंसमुख बनने से क्रोध को सरलता के साथ काबू में किया जा सकता है।
- Try to be happy all the time to get over anger because a happy
man can get over the anger.
- परिवर्तन को अपनाइये क्योंकि परिवर्तन प्रकृति तथा संसार का नियम है।
- Accept
change because change is the rule of nature and world.
- क्रोध पर काबू पाने के लिए मौन रखना जितना सहायक होता है, उतना और कोई वस्तु नहीं।
इसलिए क्रोध आने पर कुछ घण्टे मौन रहकर आत्मचिंतन और आत्मविश्लेषण करना
चाहिए।
- Nothing
except silence proves very beneficial to get over anger. Therefore, try to
adopt silence for some time if you are angry. You should contemplate and self-inspection.
- “ एक ने कही दूसरे ने
मानी, सभी कहें दोनों
ज्ञानी “ अर्थात कहने का
अर्थ यह है कि जब भी एक व्यक्ति कहता है तो उसकी बातों को मानना चाहिए तथा
यदि दूसरा व्यक्ति भी कुछ कहता है तो उसकी बातों को भी मानना चाहिए। यह भावना
सभी भाई-भाई, भाई-बहिन, बहन-बहन, पति-पत्नी, सास-बहू, पिता-पुत्र तथा
जेठानी-देवरानी आदि को अपने मन में रखना चाहिए तथा इसी के अनुसार सभी कार्यों
को करना चाहिए तभी क्रोध पर काबू पाया जा सकता है।
- There
is a proverb that “one said and another accepted”.
Here it means to say that when a person says, another person should accept
it and if second person says to the first person, first person should
accept. This thinking should be present in the mind between two brothers,
two sisters, brother and sister, husband and wife, mother in law and
bride, elder sister in law and younger sister in law. All the deeds should
be present in the mind of every person. In this way, a person can get over
the anger.
- दिखावटी क्रोध तथा ड्रामा करने तथा दिखावटी डांटने से किसी प्रकार की कोई
हानि नहीं होती है क्योंकि उसके बाद व्यक्ति तुरंत शांत और सामान्य हो जाता
है।
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