रोगी को रोग से पहले जितनी टोटल कैलोरी की सामान्य जरूरत है उसको कम ना किया जाए। खासकर कमजोरी की हालत में प्रोटीन, शर्करा की मात्रा बढ़ाकर कैलोरीज में कुछ बढ़ोतरी की जा सकती है।
The normal quantity of needed calorie of
the patient before the disease should not be reduced. In the condition of
weakness, the quantity of calories can be enhanced by including proteins and
sugar.
खनिज, लवण और विटामिन वैसे तो कैलोरी बनाने में खास सहयोग नहीं करते पर रोग निरोधक शक्ति बढ़ाने में इनका खास हाथ है। इसलिए रोगी को दिए जाने वाले भोजन में इन सबकी मात्रा बहुत होनी चाहिए। सब्जियों के सूप और फलों के रस की उपयोगिता इसी लिए रोग की हालत में बढ़ जाती है।
Normally, mineral, salts and vitamins do
not help in the manufacturing of calorie but they play a vital role to increase
the immunity power. So, these things should be included in meal in rich
quantity. This is the reason that the importance of vegetables soup and fruits
juices increase very much in the stage of illness.
रोगी को हल्की चीजें देते समय यह भी ध्यान रखें कि उसे भोजन में संतुलित भोजन के सभी घटक मिले। केवल कुछ ही स्थितियों में कार्बाहाइड्रेट का स्टार्च अंश, वसा और नमक बन्द किया जाता है। नहीं तो थोड़ी सी मात्रा में ये चीजें भी ली जा सकती है। प्रोटीन और खनिज विटामिन युक्त चीजों की तथा शर्करा की मात्रा इतनी बढ़ाई जानी चाहिए कि वसा और स्टार्च की कमी से होने वाली कैलोरीज की कमी इसी भोजन से पूरी हो जाए।
It should be
considered that there are all nutritive elements in the light meal which is
being given to the patient. Starch of carbohydrates, fat and salt are not given
to the patient only in a few cases.
These things can be taken in a little quantity too. The quantity of
protein, salts and sugar should be increased in the diet in so much quantity so
that there may be no deficiency of calorie caused by the lack of starch or fat
by having the meal.
दूध, फटे दूध का पानी, दूध से बनी मीठी चीजें, मांस का शोरबा, पोच्ड अण्डा, पचाने की हालत में पनीर, दाल का शोरबा, चने का रसा, खास परिस्थितियों में दही, शिकंजी, आइस्क्रीम आदि प्रोटीन, शर्करा और थोड़ी सी मात्रा में खनिज लवणो की भी पूर्ति करते है। खनिज लवण और विटामिन की अतिरिक्त पूर्ति, फलों के रस, फलों और सब्जियों के सूप से तथा इनके अलावा गोलियों के रूप में की जा सकती है।
Milk, water of sour milk, sweets made
from milk, soup of flesh, parched egg, cheese in the condition of digestion,
soup of pulses, soup of grams, curd in special circumstances, shikanji,
ice cream etc supply proteins, sugar and a little quantity of salts. Extra
supply of minerals, salts and vitamins can be done by using fruit’s juice and
soups of fruits and vegetables. Besides these, pills can be taken to for the
supply of mineral, salts and vitamins.
किसी भी रोग में रोगी के लिए खाने की सही चीजें और उनके पकाने के बारे में भी सही जानकारी होनी चाहिए। सड़ी-गली सब्जियां और सड़े-गले फल रोगी को लाभ की बजाय नुकसान पहुंचा सकते है। फल, सब्जियां, हमेशा ताजे ही खरीदने चाहिए ओर उन्हे पकाने में पर पूरी साफ-सफाई रखनी चाहिए। फलों को तभी काटना चाहिए जब रोगी उन्हे खाने को तैयार हो। कमजोर पाचन शक्ति में रस को छानकर दिया जाता है पर रोगी अगर लेने की हालत में हो तो उसे रेशे भी दिये जाने चाहिए। इससे सेलूलोज मिलने से उसे कब्ज नहीं होगी।
A person should
have proper knowledge about the diet of the patient and ways of cooking meal. Decayed
and rotten vegetable and fruits can be harmful instead of benefits. Always buy
fresh fruits and vegetables and they should be cooked with enough cleanliness.
Cut fruits only when the patient wants to eat them. Filtered juice of fruits is
given to the patient if digestion system is weak. If the patient wants to take
the fibers of the fruits, they can be given too. The patient will not become
the victim of constipation by taking cellulose.
कब्ज दूर करने में फलों के रस और सब्जियों के सूप भी बहुत लाभकारी है। पर सब्जियों को काटने से पहले पोटैशियम परमैगनेट या नमक मिले हुए पानी से धो लेना चाहिए ताकि कीटाणु समाप्त हो जाए। सब्जियों को काटने के बाद धोने से उसके पोषक तत्त्व समाप्त हो जाते हैं। इसी तरह सब्जियों को थोड़े पानी में या उनके प्राकृतिक पानी में ही और ढककर पकाना चाहिए।
Use of fruits juice
and vegetables soup is very beneficial to get rid of constipation. All the
vegetables should be washed with salt mixed water or potassium per magnet mixed
water to destroy bacteria. If vegetables are washed after cutting, all the
nutritive elements end. In the same way, vegetables should be cooked in their
natural water or in a little water. Cover the vessel to in which vegetables are
being cooked.
सब्जी उबालकर उसका पानी फेंकना तो उसके पोषक अंश समाप्त कर देने जैसा है। ढककर भाप द्वारा पकाई सब्जी और उसके पानी सहित सब्जी में उसके पोषक तत्व सुरक्षित रहेंगे। घी में तली-भुनी सब्जियां रोगी को नहीं देनी चाहिए।
Throwing water after boiling vegetables
is throwing the nutritive elements of the vegetables. All the nutritive
elements remain present in the vegetable if it is cooked in steam or in its
water. Vegetables fried in ghee should not be given to the patient to eat.
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