परिचय-
मनुष्य मांसाहारी जीव नहीं है। मनुष्य
के दांतों का आकार, उसके मुंह की रस ग्रंथियां, छोटी
आन्त एवं पाचनतंत्र में से कोई भी मांसाहारी जीवों की तरह के नहीं होते।
Introduction-
The human is not non-nonvegetarian
creature. Teeth shape, juice glands of his mouth, small enlargement, digestive
system etc. any part of human is not like non-vegetarian creatures.
जानकारी-
Knowledge-
- मनुष्य बिना मांस
खाये सारा जीवन बिता सकता है लेकिन केवल मांस के सहारे अपना पूरा जीवन नहीं
बिता सकता है।
- The human can live his whole life
without eating meat but he also cannot live his life on the meat.
- मांस खाने वाले
व्यक्ति की उम्र कम हो जाती है। जबकि शाकाहारी की उम्र लंबी होती है।
- The age of non-vegetarian person is
reduced whenever vegetarian person has long age.
- मांस खाने वाले
व्यक्ति शक्तिशाली और स्वस्थ नहीं रहते। बल्कि रोगी और कमजोर हो जाते हैं।
मांस खाने वाले व्यक्ति जल्द ही थक जाते हैं और शाकाहारी व्यक्ति देरी से
थकते हैं।
- Non-vegetarian people are not stayed
strong and healthy rather they become patient and weak. These types of people
feel tiredness soon and vegetarian person feels tiredness from delay.
- फल खाने वाले
व्यक्ति के शरीर में जितनी फुर्ती, कार्य करने की इच्छा, लगन, और निष्ठा रहती है। उतने मांस खाने वाले व्यक्ति
में संभव नहीं होती है। मांस अम्लधर्मी (खट्टापन बढ़ाने वाला) होता है। इससे रोगों
से लड़ने की शक्ति में कमी आ जाती है। जिससे कई तरह के रोग हो जाते हैं।
- As much energy, desire of work,
inclination and loyalty stay in the vegetarian person as strength is not
stayed in non-vegetarian person. The meat is about to increase sourness. Resistant
power is reduced by it and many types of diseases take birth.
- मांसाहार में यूरिक
एसिड अधिक पाया जाता है। जो हमारे शरीर के अन्दर जमा होकर गठिया आदि कई रोगों
को पैदा करता है।
- Uric acid is found in the non-vegetarian
food, which generates rheumatism etc. many types of diseases after
gathering in the body.
- मांसाहारी व्यक्ति
को दिल के रोग और कैंसर के रोग होने के ज्यादा चांस होते हैं।
- The person, who takes meat, can
suffer from heart problems and cancer.
- एक सर्वेक्षण के
द्वारा पता चला है कि अपराधियों में मांस खाने वालों की संख्या अधिक पाई गई
है। मांसाहारी व्यक्तियों में अधिक रोग पाए जाते हैं। उसकी सहनशक्ति कम हो
जाती है, उसके अन्दर गुस्सा व चिड़चिड़ापन ज्यादा बढ़ जाता
है, वासना और उत्तेजना की सोच बढ़ जाती है। मनुष्य
क्रूर व निर्दयी हो जाता है, उसकी अपराधिक सोच बढ़ जाती है। मांस गलत सोच को
जन्म देता है जिससे समाज में आपसी मनमुटाव, घर का तनाव, लड़ाई झगड़े, लूटमार,
आदि की वारदातें बढ़ जाती
हैं।
- It has found by a survey that more
numbers about to eat meat have found in culpable. Many types of diseases
are found in non-vegetarian person. His tolerating power is reduced by
which anger and irritation increase in this person. His passion and
excitement thinking are increased. The human becomes ruthless and his
criminal thinking is increased. Meat gives birth to wrong thinking by
which house depression, altercation, snatching etc. crimes are increased.
- अंडा भी मांसाहार
है। इसमें कोलेस्ट्राल बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है। यह बहुत ही
नुकसानदायक होता है। इससे दिल के रोग होने की ज्यादा संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
- The egg is also non-vegetarian food.
It contains more quantity of cholesterol, which is more harmful. The
possibility of heart diseases is also increased.
- मांस या अंडा किसी
का हो यह आपके शरीर के लिए बहुत ही हानिकारक है।
- Egg or meat of any animal is very
harmful for our body.
- पश्चिमी देशों के
मांसाहारी लोग अब दुबारा शाकाहारी हो रहे हैं।
- The people of western countries keep
on becoming vegetarian again.
Maans khaane se haani
nonveg non-Veg
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